Wednesday, September 2, 2020

अकाबीर का पैग़ाम - 14


⭕️  सहाबा ए इकराम से मोहब्बत हमारा इमान है!


✍️  हज़रत मौलाना मुफ्ती मोहम्मद यूसुफ तावली साहब (द.ब)

(मुहद्दिस दारुल उलूम देवबंद)


_____सहाबा ए इकराम की जमाअत ऐसी है जिनसे मोहब्बत करना हमारा इमान है। वो हजरात वाजीबुल इत्तेबा हैं, हम दीन का इल्म इन्हीं से हासिल करेंगे। और हजरात सहाबा ए इकराम की जमाअत ऐसी जमाअत है कि दुनिया में किसी नबी या पैग़म्बर को इस तरह की पाकीज़ा जमाअत सोहबत के लिए मयस्सर नहीं हुई, जैसा की हज़रत जनाब ए नबी ए अकरम ﷺ के सहाबा की शान है। बहर हाल हमारे उपर ज़रूरी है के इन हजरात का अहतराम करें, उनसे दीन को सिखें, उनकी रवीश इख्तियार करें______

(माखुज़ बयान ब ऊंवान ऑनलाइन मदह-ए-सहाबा कांफ्रेंस, 30 अगस्त 2020)


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